RSS शताब्दी समारोह: मोहन भगवत ने विज्ञान भवन में 3‑दिन की चर्चा का आयोजन
अगर आप हाल की बड़ी खबरों को फ़ॉलो कर रहे हैं तो शायद आपने सुना होगा कि 26‑28 अगस्त 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में RSS ने शताब्दी समारोह के हिस्से के तौर पर एक महत्वपूर्ण चर्चा आयोजित की। इस कार्यक्रम को मोहन भगवत ने मुख्य रूप से तैयार किया और इसका नाम रखा गया "100 Years of Sangh Yatra: New Horizons"। चलिए देखते हैं कि इस तीन‑दिन के इवेंट में क्या खास रहा।
कार्यक्रम की रूपरेखा
तीन‑दिन की चर्चा में कुल 50 से अधिक देशों के राजदूत, कई राजनीतिक पार्टियों के नेता, अल्पसंख्यक प्रतिनिधि और 17 प्रमुख क्षेत्रों के विशेषज्ञ बैठे। पहला दिन मुख्य रूप से इतिहासिक सत्र जैसा था, जहाँ 2017 की पहली बार हुई चर्चा को फिर से याद किया गया और उसके बाद के बदलावों पर बात हुई। दूसरे दिन विज्ञान, शिक्षा और सामाजिक सुधारों पर टीम‑टॉक्स हुए, जहाँ भारत की नई तकनीकों को कैसे अपनाया जाए, इस पर विचार‑विमर्श हुआ। तीसरे दिन राष्ट्रीय एकता और सामुदायिक सहयोग पर फोकस किया गया, जिससे दिखा कि विविधता में एकता कैसे बनायी रखी जा सकती है।
यह कार्यक्रम सिर्फ एक सभा नहीं था, बल्कि RSS ने इस दौरान 1,500 से अधिक छोटे‑बड़े सम्मेलनों की योजना भी घोषित की। उनका मकसद अपने विचारों को गाँव‑गाँव तक पहुँचाना और लोगों को सामाजिक मुद्दों पर जागरूक करना था। इस तरह की पहलों से राष्ट्रीय स्तर पर एक नई ऊर्जा का संचार हुआ।
प्रतिभागियों की भूमिका और प्रभाव
भाषा, संस्कृति, राजनीति या विज्ञान में विशेषज्ञता रखने वाले लोग एक साथ आए और अपने‑अपने क्षेत्रों के अनुभव साझा किए। उदाहरण के तौर पर, एक विदेशी राजदूत ने कहा कि भारत की सामाजिक संरचना में सामुदायिक सहयोग का मॉडल कई देशों के लिए प्रेरणा बन सकता है। वहीं, कुछ राजनीतिक नेता ने यह स्पष्ट किया कि शताब्दी समारोह के दौरान उठाए गए मुद्दे आगे के चुनावी राजनीति में भी असर डाल सकते हैं।
अल्पसंख्यक प्रतिनिधियों ने यह रेखांकित किया कि उनकी आवाज़ें अब बड़े मंचों तक पहुँच रही हैं और यह एक बड़ा सकारात्मक बदलाव है। विज्ञान भवन की सुविधाओं ने इस चर्चा को और प्रभावी बनाया, क्योंकि सभी को प्रोजेक्टर्स, लाइव-स्ट्रीम और इंटरैक्टिव सत्रों की सुविधा मिली।
तीन‑दिन के बाद एक सर्वे में बताया गया कि 78% उपस्थित लोगों ने कहा कि इस चर्चा ने उन्हें राष्ट्रीय मुद्दों को नए नजरिये से देखने में मदद की। इससे स्पष्ट होता है कि इस तरह के बड़े इवेंट सिर्फ उत्सव नहीं होते, बल्कि सामाजिक जागरूकता में भी योगदान देते हैं।
आगे बढ़ते हुए RSS ने कहा कि अगली साल के शताब्दी समारोह में और भी अधिक क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा, ताकि हर भारतीय को अपने हिस्से की बात सुनने का मौका मिले। इस योजना में ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं, युवा उद्यमियों और कलाकारों को भी मंच दिया जाएगा।
समापन में कहा जा सकता है कि मोहन भगवत द्वारा आयोजित यह तीन‑दिन की चर्चा न सिर्फ शताब्दी समारोह का हिस्सा रही, बल्कि भारत के विविध सामाजिक ताने‑बाने को जोड़ने का एक मजबूत पुल बन गई। अगर आप इस तरह के इवेंट्स में और जानकारी चाहते हैं तो "पीजे न्यूज़ लाइव" पर नज़र रखें, जहाँ हर अपडेट जल्दी से जल्दी आपके हाथ में पहुँचाया जाता है।
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26‑28 अगस्त 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में RSS के शताब्दी समारोह का हिस्सा के तौर पर मोहन भगवत ने तीन‑दिन की चर्चा की। ‘100 Years of Sangh Yatra: New Horizons’ नामक इस कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों के राजदूत, कई राजनीतिक पार्टियों के नेता, अल्पसंख्यक प्रतिनिधि और 17 प्रमुख क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हुए। यह आयोजन पहले 2017 के इतिहासिक सत्र की तरह ही विचार‑विमर्श के लिये मंच बना। साथ ही RSS ने देश‑व्यापी 1,500 से अधिक सम्मेलनों के साथ अपने विचारों को घर‑घर पहुँचाने का लक्ष्य रखा।
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